द ग्रेट एक्स्परीमेंट
दूरदर्शन पर २००० के बाद प्रसारित यह एक सायन्स फिक्शन धारावाहिक था। दोपहर को प्रसारित होनेवाले द ग्रेट एक्स्परीमेंट सिरीयल को देखने का एक अलग ही मज़ा था। हालां की यह स्पेस सीटी सिग्मा जैसा एक्शन पेक्ड नहीं था, फिर भी दुरदर्शन पर साई-फाई देखने का मज़ा बरकरार था।
यह कहानी आर्य नामक गेलेक्सी की है। जहां प्रोफेसर सत्येंदु बोस (विशाल शेंदे) दो बच्चे रीना (पामेला मुकर्जी) और राहुल (धनंजय मोटवानी) के साथ वायु 2050 नाम के यान में निकल पडे है। ईनके साथ ईनका एक रोबोट झिग्मोईड (राजेश जैस) भी है।
सन 2050, यानी की भविष्य में प्रुथ्वी पर टेक्नोलोजी हावी हो जाती है। प्रोफेसर ईन बच्चों को ले कर ईसलिए सफर पर निकलतें है ताकि बच्चों को प्रुथ्वी का महान ईतिहास बताया जा सके।ईनके पास किसी भी ईन्सान को भुतकाल से बुलाने के लिए टाईमट्रावेल मशीन है। प्रोफेसर कई वैज्ञानिक और दुसरे महान शोधकर्ता ओं को एक एक करके बुलाते है और बच्चों से मिलवाते है। फिर वे उन लोगों से उनकी थियरी और प्रयोग के बारे में चर्चा करते और उनसे बहुत कुछ् सीख कर उन्हें फिर अपने समयकाल में विदा करते।
यही ईस धारावाहीक की मुख्य थीम थी। अंत में रोबोट झिग्मोईड उन्हें वही महेमान वैज्ञानिक का कोई छोटा सा प्रयोग वगैरह बच्चों को कर के दिखाता।
धारावाहीक़ का ईंट्रो म्युझिक बहुत अच्छा था और मुझे वह अच्छी तरह याद रह गया था। जब सिरियल प्रसारित होता, में टीवी का वोल्युम बहुत उंचा कर देता!
अगर आपने यह धारावाहीक़ देखा है, तो ईसके बारे में आगे और ज़रुर बताईए।





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